हरिद्वार/देहरादून। पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि विधानसभा में चाचा-भतीजावाद के तहत हुई भर्तियां दुर्भाग्यपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि क्या जनता जनप्रतिनिधियों को इसलिए चुनती है कि आप अपने रिश्तेदारों का भला करें। यह अत्यंत दुखद है और जनतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ भी है। उन्होंने कहा कि सरकार यूकेएसएसएससी घोटाले की सीबीआई जांच कराती है तो अच्छी बात है। यह बातें उन्होंने डामकोठी में पत्रकारों को दिए बयान में कही।
मंगलवार को हरिद्वार डामकोठी पहुंचे पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि वे भर्ती घोटाले की जांच सीबीआई से कराए जाने के विरोध में नहीं है। जनता यदि जांच की डिमांड कर रही है और सरकार उसको स्वीकार करती है तो बहुत अच्छी बात है। उन्होंने कहा कि बहुत अच्छा है कि सीबीआई जांच होती है तो हो सकता है कि जिस पर एसटीएफ की नजर न गई हो सीबीआई उसको सबके सामने ले आए। विधानसभा की भर्तियों पर उन्होंने कहा कि मैं सैद्धांतिक बात कर रहा हूं यदि सरकारी खजाने से वेतन मिल रहा है तो उसमें पूर्ण पारदर्शिता होनी ही चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा भाई-भतीजावाद के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल का बयान उन्होंने सुना है। वह बोल रहे हैं कि भर्तियां नियमों के अनुसार हुई हंै। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी विधानसभा अध्यक्ष से जांच कराने का अनुरोध करने की बात कही है। हमें विधानसभा अध्यक्ष के एक्शन की प्रतीक्षा करनी चाहिए।