देहरादून। पेपर लीक मामले में उत्तराखंड पुलिस के ऊधमसिंहनगर जिले में तैनात सिपाही को गिरफ्तार किया गया है। आरोप है कि उसने पहले गिरफ्तार हुए कुछ साथियों के साथ अभ्यर्थियों को कुंडेश्वरी में नकल कराई थी। उसके कुछ और साथियों के बारे में एसटीएफ जानकारी जुटा रही है। आरोपी का भाई पहले ही गिरफ्तार हो चुका है। एसटीएफ ने आरोपी सिपाही को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया है। एसटीएफ के एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि पेपर लीक मामले में अब तक 31 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। पहले गिरफ्तार हुए आरोपियों से पूछताछ की गई थी। इनमें सितारगंज में तैनात एक सिपाही विनोद जोशी का नाम सामने आ रहा था। उसका एक भाई मनोज जोशी (न्यायिक कनिष्ठ सहायक) पहले गिरफ्तार किया जा चुका है। बयानों के आधार पर गुरुवार को सिपाही को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी ने अपने भाई के कहने पर कई अभ्यर्थियों को नकल कराई थी।
इसके अलावा कुंडेश्वरी स्थित केंद्र पर अभ्यर्थियों को लेकर गया था। वहां उन्हें हल किया हुआ पेपर मुहैया कराया गया। परीक्षा से एक रात पहले उन्हें सभी को यह पेपर याद कराया गया। इसके बाद आरोपी विनोद जोशी अपनी कार से इन अभ्यर्थियों को लेकर परीक्षा केंद्रों तक गया। इसके बाद अगले दिन वाली परीक्षा में भी उसने यही रवैया अपनाया। बताया कि आरोपी के तैनाती जनपद के पुलिस कप्तान को गिरफ्तारी के बारे में जानकारी दे दी गई है। पुलिस कस्टडी रिमांड में लिए गए जेई ललित जोशी को एसटीएफ धामपुर ले गई और पूछताछ की। जेई के मकान को ही हाकम सिह और केंद्रपाल ने नकल का केंद्र बनाया था। एसटीएफ की टीम ने उसके मकान से दो लाख रुपये नकद बरामद करते हुए अन्य दस्तावेज भी कब्जे में लिए हैं। इस मकान पर 100 से अधिक अभ्यर्थियों को नकल कराई गई थी। पूछताछ में धामपुर के एक व्यक्ति के बारे में और पता चला है। जल्द ही आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ललित को शुक्रवार को जेल में दाखिल कराया जाएगा।