रामनगर/देहरादून,। नैनीताल का रामनगर सुबह-सुबह फायरिंग से दहल गया। यहां कुछ युवकों ने एक युवक को उसके घर से कुछ ही दूरी पर ले जाकर गोली मारकर हत्या कर दी। युवक को गोली मारने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। उधर, घटना के बाद परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। परिजनों ने कोतवाली में तैनात दो दरोगाओं पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। जानकारी के मुताबिक, लुटाबड गांव निवासी पप्पी सागर (उम्र 27 वर्ष) को रविवार की सुबह करीब 5 बजे कुछ अज्ञात युवक उसे घर से बुलाकर अपने साथ जिप्सी वाहन में ले गए। बताया जा रहा है कि इन अज्ञात युवकों ने घर से कुछ ही दूरी पर पप्पी पर गोलियां चला दी। जिसके बाद आरोपी पप्पी को मौके पर लहूलुहान हालत में छोड़कर फरार हो गए। सूचना मिलने पर परिजन पप्पी को अस्पताल ले गए। जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
उधर, घटना के बाद परिजनों की पुलिस के साथ अस्पताल में तीखी नोकझोंक भी हुई। इतना ही नहीं परिजन शव को जबरन पुलिस से छुड़ाकर अपने साथ घर ले गए। जिसके बाद आनन-फानन में पुलिस मृतक के घर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर फिर अस्पताल पहुंचाया। घटना के बाद इलाके में तनाव बना हुआ है। मौके पर शांति व्यवस्था को लेकर आसपास के थानों से फोर्स रामनगर पहुंच गई है।
अपर पुलिस अधीक्षक हरवंश सिंह खुद भी रामनगर पहुंच गए हैं। उन्होंने घटना के संबंध में पुलिस से जानकारी जुटाना शुरू कर दी है। घटना के संबंध में रामनगर कोतवाल अरुण कुमार सैनी ने बताया कि मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने की कार्रवाई की जा रही है। परिजनों की ओर से तहरीर मिलने के बाद कार्रवाई की जाएगी। साथ ही उन्होंने ये भी बताया कि इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
मामले में मृतक के चाचा और भाई ने रामनगर कोतवाली में तैनात एक महिला दरोगा और एक अन्य दरोगा पर गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है। उनका कहना है कि पप्पी को धमकी मिल चुकी थी। जिसे पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया।
घटना के बाद विश्व हिंदू परिषद के जिला मंत्री यशपाल राजहंस भी कोतवाली पहुंचे। उन्होंने घटना पर दुख जताते हुए पुलिस की कार्यप्रणाली पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने आरोप लगाया कि डेढ़ महीने पहले मृतक की बहन के साथ आरोपियों ने मारपीट करने के साथ ही उसका हाथ तोड़ दिया था। जिस संबंध में पुलिस को शिकायत करने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की गई। पुलिस की लापरवाही के चलते आज यह घटना हुई है। मामले में अपर पुलिस अधीक्षक हरवंश सिंह ने बताया कि मामले में 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है। जबकि, फरार चल रहे अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमों को रवाना किया गया है। उन्होंने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने पर एसएसपी पंकज भट्ट ने रामनगर कोतवाली में तैनात महिला दरोगा मनीषा सिंह और ढेला पुलिस चैकी इंचार्ज रविंद्र राणा को लाइन हाजिर करने के आदेश दिए हैं।