देहरादून,। हरिद्वार लक्सर में सुनार की दुकान पर लूट की घटना को अंजाम देने आए बदमाशों से हुई मुठभेड़ में पुलिसकर्मियों को घायल करने वाले एक लाख के इनामी कुख्यात बदमाश फुरकान को एसटीएफ ने बिहार से गिरफ्तार कर लिया है। एसटीएफ ने शातिर बदमाश को कड़ी मशक्कत के बाद गिरफ्तार किया है। इस मामले में तीन आरोपियों को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है। जबकि एक अभी भी फरार है। पकड़ा गया बदमाश लूट की घटना को अंजाम देने वाले गैंग का सरगना है।
एसएसपी आयुष अग्रवाल ने पकड़े गये एक लाख के ईनामी अपराधी के बारे में जानकारी देते हुये बताया कि जनपद हरिद्वार के क्षेत्र थाना लक्सर की चीता पुलिस के जवानों को सूचना प्राप्त हुई कि कुछ बदमाश लक्सर कस्बे के एकसुनार को लूट के ईरादे से आये हुए है और वे संदिग्ध व्यक्ति दुर्गा मन्दिर ओवर ब्रिज लक्सर के नीचे घूम रहे है। इस सूचना पर चीता पुलिस के दो जवान सुरेन्द्र शर्मा व पंचम को लक्सर वालावालीपुल के नीचे एक मोटर साईकिल में सवार तीन संदिग्ध व्यक्तियोंको देखकर उन्हें रोककर पूछताछ करने लगे तो वो अचानक चीता पुलिस पर फायर करते हुए भागने लगेए इस मुठभेड़ के दौरान कांस्टेबल पंचम व राजेन्द्र सिंह पैर गोली लगी।
इस घटना में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 05 बदमाशों की शाबिर, अताउल्ला खान, नौशाद, जावेद व फुरकान के नाम प्रकाश में आये। हरिद्वार पुलिस ने घटना में शामिल अपराधी नौशाद, अताउलखान व शाबिर को गिरफ्तार कर चुकी है मुख्य अपराधी फुरकान एवं जावेद घटना के बाद से फरार चल रहे थे। उन्होंने बताया कि कुछ दिन पूर्व टीम को सूचना प्राप्त हुई कि फुरकान बिहार में किसी जगह पर रह रहा है। टीम विगत 10 दिन पूर्व बिहार के भागलपुर जनपद में सूचना एकत्रित करने पहुॅची जिस पर टीम ने उसके सम्भावित ठिकानो की जानकारी प्राप्त कर स्थानी टीम की मद्द से फुरकान को गिरफ्तार कर लिया। फुरकान के खिलाफ उत्तर प्रदेश, हरियाणा व उत्तराखण्ड में लूट, डकैती, जानलेवा हमले के 19 मामले दर्ज हैं।
गिरफ्तार कुख्यात बदमाश फुरकान इतना शातिर है। उसने अपने आप को पुलिस की कार्रवाई से बचाने के लिए खुद की आत्महत्या का षडयंत्र रचा था। ताकि पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई न करे। वह न तो मोबाइल इस्तेमाल करता है। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने अपने परिवार के सभी संपर्क खत्म कर दिए थे। कुख्यात बदमाश को गिरफ्तार करने वाली एसटीएफ की टीम में निरीक्षक अबूल कलाम, एसआई याजवेन्द्र बाजवा, दिलबर नेगी, विघादत्त जोशी, प्रदीप चैहान, हेडकांस्टेबल बृृजेन्द्र चैहान, सजॅय कुमार, महेन्द्र सिंह नेगी व कांस्टेबल मोहन असवाल शामिल रहे।