सिल्क्यारा टनल में फंसे श्रमिकों के पास 2 किलोमीटर का सेफ एरिया मौजूद: एमडी एनएचआईडीसीएल

-सिल्क्यारा टनल में बचाव ऑपरेशन तेजी से संचालित किया जा रहा

–6-इंच की पाइपलाइन के माध्यम से खाद्य सामग्री और दवाइयां पहुंचाई जा रही

देहरादून। सिल्क्यारा टनल रेस्क्यू ऑपरेशन के संबंध में मंगलवार को अस्थाई मीडिया सेंटर, सिल्क्यारा में प्रेस ब्रीफिंग की गई। इस दौरान एमडी (एनएचआईडीसीएल) महमूद अहमद ने बताया कि सिल्क्यारा टनल में बचाव ऑपरेशन तेजी से संचालित किया जा रहा है। साथ ही 6-इंच की पाइपलाइन के माध्यम से खाद्य सामग्री और दवाइयां पहुंचाई जा रही हैं। टनल में फंसे लोगों के पास 2 किलोमीटर का सेफ एरिया मौजूद है।

एम.डी (एनएचआईडीसीएल) महमूद अहमद ने बताया कि टनल में फंसे श्रमिकों से संवाद भी हुआ है एवं वीडियो के माध्यम से उनकी स्थिति का पता लगा है। टनल के अंदर 900 एम.एम पाइप को 22 मीटर तक पुश किया गया था। कुछ बाधा आने के बाद ड्रिलिंग रुक गई थी। वर्तमान समय में टेलीस्कोपिक मेथड से 900 एम.एम पाइप के अंदर, 800 एम.एम का पाइप को पुश किया जा रहा है और ऑगर मशीन से पुनः ड्रिलिंग जल्द शुरु कर दी जायेगी। उन्होंने कहा काम कर रहे सभी कर्मचारियों, अधिकारियों, इंजीनियरों के लिए हर समय बेहद महत्वपूर्ण है। एम.डी (एनएचआईडीसीएल) महमूद अहमद ने बताया कि टीएचडीसी ने भी बड़कोट वाले छोर से रेस्क्यू टनल का निर्माण शुरू हो गया है, जिसमें पहले ही दो ब्लास्ट कर लिए गए हैं, जिससे 6.4 मीटर का ड्रिफ्ट बनी है।
एम.डी (एनएचआईडीसीएल) महमूद अहमद ने बताया कि टनल के ऊपर से वर्टिकल ड्रिलिंग हेतु मशीनों के मोबिलाइजेशन का कार्य किया जा रहा है। ड्रिलिंग जल्द शुरु हो जायेगी। केंद्र एवं राज्य सरकार के निरंतर सहयोग एवं सभी एजेंसियों के आपसी समन्वय को बनाते हुए रेस्क्यू ऑपरेशन तीव्र गति के साथ आगे बढ़ाया जा रहा है। सचिव उत्तराखंड शासन डॉ. नीरज खैरवाल ने कहा कि सभी लोगों को सुरक्षित निकालना हमारी प्राथमिकता है। उन्होंने कहा सभी एजेंसियां 24 घंटे काम कर रही हैं। सभी कार्य तेज गति के साथ किए जा रहे हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे सभी संस्थान एजेंसी आपसी समन्वय के साथ कार्य कर रही है। इस दौरान जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला, महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी, एनएचएआईडीसीएल के निदेशक अंशुमनीष खलखो, पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी, एवं अन्य लोग मौजूद रहे।

Also Read....  सीएम पुष्कर धामी ने सड़क दुर्घटना सुरक्षा नियमावली बनाने के लिए विशेषज्ञों/अनुभवी लोगों की समिति गठित करने के निर्देश दिए