आईबीआर ने दी असाधारण प्रतिभाओं को एक नई पहचान

देहरादून। इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स लंबे समय से असाधारण कारनामों व प्रतिभाओं को एक नई पहचान देती रही है। यह कंपनी साहसिक, परिवर्तनकारी और व्यक्तिगत क्षमताओं के अनूठे प्रयासों को प्रोत्साहित करती है। सरकारी कार्यक्रम हों या कॉर्पोरेट अभियान, या कोई अनूठी पहल, आईबीआर का नाम हर उपलब्धि के साथ जुड़ता रहा है।

डॉ सुरेश कुमार, हरेश बरथ मोहन, और डॉल मेकिंग एंथुसियस्ट ऑफ चेन्नई; कानपुर नगर निगम, एलुरु नगर निगम, जमशेदपुर के आशुतोष पाणिग्रही, पुणे की टर्बोचार्ज्ड पत्रिका, हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. एचके चोपड़ा और भोपाल के डॉ. राघवेंद्र शर्मा ने आईबीआर के सहयोग से अपनी विशिष्टता का प्रदर्शन किया और हाल ही में नए कीर्तिमान स्थापित किए। पंजाब में, कमिश्नरेट पुलिस, अमृतसर और हरमंदिर साहिब स्थित द कंजेनिटल एनोमली ट्रीटमेंट ट्रस्ट ने नशा-मुक्त पंजाब अभियान के तहत छात्रों के सबसे बड़े वॉकथॉन का रिकॉर्ड बनाया। इसमें मुख्यमंत्री भगवंत मान शरीक हुए और उन्होंने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स से सम्मानित होने पर प्रसन्नता व्यक्त की।

एक ही जगह प्रदर्शित देवी-देवताओं की अधिकतम हस्तनिर्मित प्रतिकृतियों का रिकॉर्ड चेन्नई के डॉल मेकिंग एंथुसियस्ट ग्रुप की संस्थापक रूपा संजय द्वारा बनाया गया। सबसे लंबी स्वच्छता मैराथन का आयोजन कानपुर नगर निगम ने किया। आंध्र प्रदेश के एलुरु नगर निगम ने गांधी जयंती पर सबसे अधिक लोगों द्वारा सेल्फी लेने का रिकॉर्ड बनाया। ऑटिज्म पीड़ित किशोर द्वारा अधिकतम जोड़-गुणा सवालों को हल करने का रिकॉर्ड जमशेदपुर के आशुतोष पाणिग्रही ने बनाया।

भारत की सबसे गर्म और सबसे ठंडी अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं तक पहुंचने वाली पहली इलेक्ट्रिक कार का कीर्तिमान टर्बोचार्ज्ड मैगजीन, पुणे द्वारा स्थापित किया गया। इसी तरह, एक दशक में कार्डियोलॉजी की सर्वाधिक विशेष पाठ्यपुस्तकें लिखने का कीर्तिमान डॉ एचके चोपड़ा, हृदय रोग विशेषज्ञ, मूलचंद मेडसिटी, नई दिल्ली द्वारा स्थापित किया गया। उन्होंने कहा, “इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने मुझे प्रेरित किया और मैं अपने साथी डॉक्टरों को प्रेरित कर रहा हूं।”

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