देहरादून। हेमकुण्ट वासी गुरु गोविंद सिंह जी की अपार कृपा से भारतीय सेना एवं यात्रा को संचालित करने वाले गुरुद्वारा ट्रस्ट के सेवादार बर्फ के बीच में से रास्ता बनाते हुए श्री हेमकुण्ट साहिब की पवित्र धरती पर पहुंच गये।
प्रभु को अरदास कर गुरुद्वारा प्रांगण के मुख्य द्वार को खोला गया। भारतीय सेना के 35 सदस्य एवं ट्रस्ट के 15 सेवादार इस दल में शामिल हैं। गुरुद्वारा परिसर में स्थित दरबार साहिब के कपाट 25 मई को धूम धाम से खोले जाएंगे एवं गुरु ग्रंथ साहिब का प्रकाश किया जाएगा। सेवा को समर्पित इस दल की अगली रणनीति के तहत् आधे लोग सीढ़ियों वाले रास्ते से बर्फ का कटान करेंगे और बाक़ी खचरों के आवागमन के लिए पथ से बर्फ हटायेंगे। सेना के समर्पित जवानों ने भरोसा दिलाया कि 20 मई तक सम्पूर्ण कार्य कर लिया जाएगा ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो।