भारत में नवीकरणीय ऊर्जा की बढ़ती ज़रूरतों को पूरा करने के लिए फिनोलेक्स केबल्स ने अत्याधुनिक तकनीक से बने ई-बीम इरेडिएटेड एलटी एक्सएलपीई सोलर केबल्स को बाज़ार में उतारा

देहरादून – देश में वायर एवं केबल्स का निर्माण करने वाली अग्रणी कंपनी, फिनोलेक्स केबल्स ने आज बड़े गर्व के साथ ई-बीम इरेडिएटेड एलटी एक्सएलपीई सोलर केबल्स की अपनी नई रेंज के लॉन्च की घोषणा है, जो यूवी और ओजोन से बेमिसाल सुरक्षा प्रदान करती है। एडवांस्ड इलेक्ट्रॉन बीम टेक्नोलॉजी की मदद से इन सोलर केबल्स का निर्माण पुणे में फिनोलेक्स की अत्याधुनिक सुविधाओं वाली नई ई-बीम फैसिलिटी में किया गया है। कंपनी बड़े पैमाने पर 500 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय से संबंधित योजना के बारे में पहले ही बता चुकी है, जिसमें विनिर्माण क्षमताओं का विस्तार करना, उन्नत तकनीकों को अपनाना तथा सप्लाई चेन के इन्फ्रास्ट्रक्चर को बेहतर बनाना शामिल है। कंपनी द्वारा ई-बीम फैसिलिटी में किया गया यह निवेश भी इसी योजना का हिस्सा है।

इन इनोवेटिव सोलर केबल्स को बेहद कठिन परिस्थितियों का सामना करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो 120°C तक के तापमान को संभालने में सक्षम हैं। ये केबल्स अपनी उच्च करंट रेटिंग और लंबे समय तक टिके रहने की क्षमता की वजह से विभिन्न प्रकार के उद्योगों में इस्तेमाल करने तथा बड़े पैमाने पर सोलर इंस्टॉलेशन की मांग के लिए सबसे उपयुक्त हैं। इसके अलावा, ये केबल्स पर्यावरण के अनुकूल और हलोजन-मुक्त हैं, जिससे आग लगने की स्थिति में जहरीली गैसों का निकलना कम हो जाता है।

रासायनिक उपचार के पारंपरिक तरीकों की तुलना में, ई-बीम टेक्नोलॉजी केबलों के इन्सुलेशन की क्षमता को कई गुना बेहतर बना देती है, जिससे वे कम रेडियल मोटाई के साथ उच्च वोल्टेज को बनाए रख सकते हैं और उनका जीवनकाल भी 25 वर्षों से अधिक तक बढ़ जाता है। अब कंपनी द्वारा अपनी फैसिलिटी में आंतरिक स्तर पर इस तकनीक की शुरुआत की जा चुकी है, जिसका उपयोग आने वाले समय में कई तरह के प्रोडक्ट्स के निर्माण के लिए किया जाएगा।

इस अवसर पर श्री अमित माथुर, प्रेसिडेंट – सेल्स एंड मार्केटिंग, फिनोलेक्स केबल्स, ने कहा, “भारत नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाने की दिशा में तेजी से कदम बढ़ा रहा है, ऐसे में फिनोलेक्स केबल्स अपने टिकाऊ और उच्च क्षमता वाले सौर केबलों के साथ देश के महत्वाकांक्षी लक्ष्यों को पूरा करने में अपना सहयोग देने के लिए पूरी तरह तैयार है। सरकार ने नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता को 500GW तक बढ़ाने का लक्ष्य रखा है, जिसमें 270GW की सौर ऊर्जा भी शामिल है। इससे उच्च गुणवत्ता वाली और कुशल सौर केबल्स की मांग में काफी वृद्धि हुई है। वर्ष 2024 में भारत के कुल बिजली उत्पादन में सौर ऊर्जा का योगदान 18% है और इसके और बढ़ने की उम्मीद है, जिसे देखते हुए हमने अपने सोलर केबल्स को पूरी तरह से बाज़ार की उभरती जरूरतों के अनुरूप बनाया गया है। नवीकरणीय ऊर्जा को एकीकृत करने के लिए नवीकरणीय खरीद बाध्यता (RPO) की वजह से इसमें उपयोग में आने वाली वस्तुओं की मांग बढ़ रही है, और निश्चित तौर पर विशेष सोलर केबल्स की मांग में भी बढ़ोतरी होने वाली है। इस तरह, फिनोलेक्स भारत के नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाने में एक महत्वपूर्ण भागीदार बन जाएगा।” उन्होंने आगे कहा, “फिनोलेक्स में, हमने आने वाले 2 सालों के दौरान बाज़ार में लगभग 15% हिस्सेदारी हासिल करने का लक्ष्य रखा है। हमारा अनुमान है कि इसका 70% से अधिक हिस्सा हमें खुदरा बाज़ार से प्राप्त होगा, जिसके लिए हम 200,000 रिटेलर्स, 5,000 चैनल पार्टनर्स और 750 से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूटर्स के अपने बड़े नेटवर्क का लाभ उठाएंगे।”

इसके अलावा, फिनोलेक्स केबल्स ने सोलर केबल्स को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करके रूफटॉप सोलर योजना (पीएम सूर्यघर) जैसी सरकारी पहलों में अपना सहयोग देने की प्रतिबद्धता भी जाहिर की है, जिसके तहत 75,000 करोड़ रुपये से अधिक के आवंटन के साथ एक करोड़ घरों को सौर ऊर्जा से जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। इस पहल के तहत 3kW तक की क्षमता वाले सोलर रूफटॉप सिस्टम के लिए आसान और किफायती ऋण भी उपलब्ध कराया जाता है, जिससे हर महीने 300 यूनिट तक बिजली मुफ़्त में उपलब्ध होती है।