होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने ऋषिकेश में सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया

2000 से अधिक स्कूली छात्रों और स्टाफ को सड़क सुरक्षा शिक्षा से सशक्त किया

ऋषिकेश : होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया ने सड़क सुरक्षा पर अपना ध्यान केंद्रित रखते हुए उत्तराखंड के ऋषिकेश में एक जागरूकता अभियान चलाया। इस पहल के तहत रेड फोर्ट इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, ओंकारानंदा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी और ऋषिकेश पब्लिक स्कूल के 2000 से अधिक छात्रों और स्टाफ सदस्यों को ज़िम्मेदार सड़क व्यवहार की आवश्यक जानकारी प्रदान की गई।

सड़क सुरक्षा शिक्षा को प्रारंभिक चरण में प्रदान करने पर जोर देते हुए, HMSI ने इस अभियान को केवल जागरूकता तक सीमित नहीं रखा, बल्कि दीर्घकालिक व्यवहारगत परिवर्तन को प्रोत्साहित करने के लिए डिज़ाइन किया। कम उम्र में सड़क सुरक्षा की शिक्षा देना जिम्मेदार सड़क उपयोगकर्ताओं को विकसित करने में मदद करता है, जो अपने आसपास के लोगों को भी प्रभावित कर सकते हैं। स्कूलों, कॉलेजों और सरकारी व गैर-सरकारी संस्थानों के सहयोग से, HMSI सड़क सुरक्षा को लोगों के दैनिक जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाने के लिए कार्यरत है।

ऋषिकेश में आयोजित इस जागरूकता अभियान में सुरक्षित ड्राइविंग के पाठ, खतरे की पहचान का प्रशिक्षण, खेल, प्रश्नोत्तरी, हेलमेट जागरूकता और राइडिंग ट्रेनर मॉड्यूल शामिल थे। इन इंटरैक्टिव गतिविधियों के माध्यम से सड़क सुरक्षा शिक्षा को रोचक और व्यावहारिक बनाया गया, जिससे प्रतिभागियों ने न केवल सड़क सुरक्षा के नियम सीखे, बल्कि सड़क पर जिम्मेदारी निभाने की भावना भी विकसित की।

HMSI ने इस पहल को सफल बनाने में रेड फोर्ट इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, ओंकारानंदा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी और ऋषिकेश पब्लिक स्कूल के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया। छात्रों और स्टाफ की उत्साही भागीदारी ने जिम्मेदार सड़क व्यवहार को बढ़ावा देने और सुरक्षित सड़कों की दिशा में कार्य करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

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होंडा मोटरसाइकिल एंड स्कूटर इंडिया की सड़क सुरक्षा को लेकर CSR प्रतिबद्धता:
2021 में, होंडा ने वर्ष 2050 के लिए अपनी वैश्विक दृष्टि की घोषणा की, जिसके तहत वह होंडा मोटरसाइकिल और ऑटोमोबाइल से जुड़ी सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों को शून्य तक लाने का लक्ष्य रखती है। भारत में, HMSI इस दृष्टि और भारत सरकार के 2030 तक सड़क दुर्घटनाओं में मौतों को आधा करने के लक्ष्य के अनुरूप कार्य कर रही है।

इस लक्ष्य को प्राप्त करने का एक महत्वपूर्ण पहलू 2030 तक हमारे बच्चों में सड़क सुरक्षा के प्रति सकारात्मक मानसिकता विकसित करना और उसके बाद भी उन्हें शिक्षित करना है। स्कूलों और कॉलेजों में सड़क सुरक्षा शिक्षा केवल जागरूकता पैदा करने के लिए नहीं, बल्कि युवाओं के मन में सुरक्षा संस्कृति विकसित करने और उन्हें सड़क सुरक्षा का ब्रांड एंबेसडर बनाने के लिए है। यह भविष्य की पीढ़ियों को ज़िम्मेदार नागरिक बनने और एक सुरक्षित समाज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए सशक्त बनाता है।

HMSI समाज के सभी वर्गों में सड़क सुरक्षा जागरूकता फैलाने के लिए प्रतिबद्ध है और स्कूल के बच्चों से लेकर कॉर्पोरेट कर्मचारियों तक सभी के लिए अनूठी योजनाएँ तैयार कर रही है। HMSI के कुशल सुरक्षा प्रशिक्षक भारत के 10 ट्रैफिक ट्रेनिंग पार्क (TTP) और 6 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटर्स (SDEC) में दैनिक कार्यक्रमों का संचालन करते हैं, जिससे सड़क सुरक्षा शिक्षा समाज के हर हिस्से तक पहुँचे। इस पहल के माध्यम से अब तक 92 लाख से अधिक भारतीयों को सड़क सुरक्षा की व्यावहारिक जानकारी दी जा चुकी है।

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HMSI का राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम:

HMSI ने सड़क सुरक्षा को मज़ेदार और वैज्ञानिक रूप से प्रभावी बनाने के लिए निम्नलिखित शिक्षण विधियाँ अपनाई हैं:
वैज्ञानिक रूप से तैयार किया गया शिक्षण मॉड्यूल: होंडा के कुशल प्रशिक्षकों ने सड़क संकेतों, ड्राइवर के कर्तव्यों, राइडिंग गियर और सुरक्षित ड्राइविंग शिष्टाचार पर सैद्धांतिक सत्रों के माध्यम से नींव रखी।
व्यावहारिक शिक्षा: प्रतिभागियों को होंडा के वर्चुअल राइडिंग सिमुलेटर के माध्यम से 100 से अधिक संभावित सड़क खतरों का अनुभव करने का अवसर दिया गया।
इंटरएक्टिव सत्र: प्रतिभागियों को “किकेन योसोको ट्रेनिंग” (KYT) के रूप में खतरे की भविष्यवाणी करने का प्रशिक्षण दिया गया, जिससे वे सड़क पर संभावित खतरों को भांपकर सुरक्षित ड्राइविंग सुनिश्चित कर सकें।
मौजूदा ड्राइवरों के लिए राइडिंग स्किल सुधार: जो छात्र और स्टाफ पहले से ही बाइक चला रहे थे, उन्होंने धीमी गति से राइडिंग और संकरी पट्टी पर चलने जैसी गतिविधियों के माध्यम से अपने कौशल को परखा और निखारा।
HMSI ने हाल ही में अपना डिजिटल सड़क सुरक्षा शिक्षण प्लेटफॉर्म “ई-गुरुकुल” लॉन्च किया है। इस प्लेटफॉर्म में 5 से 18 वर्ष तक की उम्र के तीन विशेष समूहों के लिए तैयार प्रशिक्षण मॉड्यूल शामिल हैं, जो सड़क सुरक्षा की व्यापक समझ प्रदान करते हैं। वर्तमान में ये मॉड्यूल कन्नड़, मलयालम, हिंदी, तेलुगु, तमिल और अंग्रेजी सहित कई भाषाओं में उपलब्ध हैं, जिससे यह सभी के लिए सुलभ और क्षेत्रीय रूप से प्रासंगिक बनता है। E-Gurukul को egurukul.honda.hmsi.in पर लाइव स्ट्रीम या डाउनलोड किया जा सकता है।

इस पहल का उद्देश्य स्कूलों, शिक्षकों और डीलरों को सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक बनाना और विभिन्न आयु समूहों के लिए अनुकूलित पाठ्यक्रम तैयार करना है। यह कार्यक्रम देश भर के स्कूलों में विस्तारित किया जाएगा, जिससे सड़क सुरक्षा को शिक्षा प्रणाली का एक अभिन्न हिस्सा बनाया जा सके। किसी भी स्कूल को इस जानकारी को प्राप्त करने में रुचि हो तो वे Safety.riding@honda.hmsi.in पर संपर्क कर सकते हैं।

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