हरिद्वार/देहरादून। ज्वालापुर कोतवाली क्षेत्र में करोड़ों रुपए का ठेका दिलाने के नाम पर 16 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। ज्वालापुर पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी सहित संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।
कोतवाली ज्वालापुर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गजेंद्र सिंह निवासी हरभजवाला मेहुंवाला, पटेलनगर ने शिकायत देकर बताया कि वह सरकारी ठेकेदार हैं। उसके दोस्त ने अनुज निवासी पीएसी रोड सुभाषनगर नईम निवासी पांवधोई ज्वालापुर, नदीम सिद्दकी निवासी ज्वालापुर और शेरु निवासी अज्ञात से मुलाकात कराई। आरोप है कि दोनों ने बीएचईएल कारखाने में नदीम सिद्दकी निवासी चोर गली सुभाषनगर को बड़ा अधिकारी बताते हुए खुद को उसका सुपरवाइजर बताया।
आरोपियों ने पीड़िता को झांसा दिया कि नदीम भेल में करोड़ों रुपये के कार्यों के टेंडर देता है। गजेंद्र को भी भेल में ठेका दिलवाने की एवज में एडवांस रकम मांगी गई। इसके बाद नदीम सिद्दीकी से भेल सेक्टर एक स्थित बैंक में मुलाकात कराई, जहां उसने भेल की वर्दी और आईकार्ड भी डाला हुआ था।
इसके बाद वर्ष 2018 में पांच किस्तों में नदीम, अनुज, नईम और शेरु उर्फ फैसल को 17 लाख रुपये दे दिए। बाद में चारों ने एक लाख रुपये उसे लौटा दिए। जबकि बाद में मालूम हुआ कि सभी आरोपी ने साजिश के तहत रकम हड़प ली गई है। ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी ने बताया कि आरोपी नदीम, अनुज, नईम, शेरी उर्फ फैसल के खिलाफ धोखाधड़ी सहित संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और मामले की जांच की जा रही है।