ऋषिकेश/देहरादून। ऋषिकेश घूमने आए मेरठ के दो पर्यटक नीर गांव के पास जंगल में भटक गए। पर्यटकों के एक मित्र की सूचना पर मुनिकीरेती पुलिस और एसडीआरएफ ने करीब छह घंटे तक सर्च अभियान चलाया। रविवार सुबह पुलिस टीम ने दो पर्यटकों खोज लिया। दोनों पर्यटकों का सकुशल होटल तक पहुंचा दिया गया है। मुनिकीरेती थाना निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि शनिवार रात को करीब 9 बजे विशांत सोम पुत्र रजनीश सोम निवासी सी- 98/17, शास्त्रीनगर, मेरठ उत्तर प्रदेश ने शिवपुरी पुलिस चौकी पहुंचकर सूचना दी कि वह और उसके दोस्त सुदर्शन यादव और पर्व गर्ग ऋषिकेश घूमने आए थे।
विशांत ने बताया कि वह शनिवार को शिवपुरी में ही रुक गया और दोनों साथी सुबह 4.30 बजे घूमने के लिए निकल गए। सुबह करीब 9.30 बजे दोनों ने फोन पर बताया कि वह रास्ता भटक गए हैं। काफी ढूंढने के बाद भी दोनों कहीं नहीं मिले। शाम पांच बजे दोनों व्हाट्सएप पर अपनी फोटो भेजी। दोनों किसी सड़क के पास खड़े थे। शाम करीब 5.50 बजे दोनों ने दोबारा मदद के लिए फोन किया। इसके बाद दोनों का फोन स्विच ऑफ हो गया। विशांत ने बताया कि उसने शाम 5.52 बजे पौड़ी पुलिस कंट्रोल रूम को दोस्तों के भटकने की सूचना दी थी। थाना निरीक्षक रितेश शाह ने बताया कि दोनों पर्यटकों की मोबाइल लोकेशन निकाली। दोनों की अंतिम लोकेशन नीर गांव के पास घने जंगल में मिली। शिवपुरी चौकी प्रभारी सुनील पंत के नेतृत्व में पुलिस टीम ने रात को सर्च अभियान शुरू किया। रविवार सुबह टीम को सुदर्शन यादव (23) पुत्र राजकुमार यादव निवासी देवीनगर, मेरठ उत्तर प्रदेश ब्रह्मपुरी के पास जंगल के काफी अंदर मिल गया। उसने बताया कि रात भर पैदल चलने से पर्व गर्ग के पैर में सूजन आ गई थी। वह आगे जाने में असमर्थ था। वह पहाड़ की चोटी के आसपास है। उसने बताया कि वह मदद के लिए आगे चला आया था। थाना निरीक्षक रितेश शाह ने बताया दुर्गम स्थान होने के चलते एसडीआरएफ की टीम को सूचित किया गया। इसके बाद एसडीआरएफ ने उपनिरीक्षक नीरज चौहान के नेतृत्व में रेस्क्यू अभियान शुरू किया। करीब छह घंटे बाद पर्व गंग (23) पुत्र अजय गर्ग निवासी गांधी नगर, मेरठ, उत्तर प्रदेश को एक चट्टान के पास से सकुशल रेस्क्यू कर लिया गया। प्राथमिक उपचार के बाद पर्व का स्वास्थ्य अब सामान्य है। उन्होंने बताया कि दोनों पर्यटकों को होटल पहुंचा दिया गया है।