देहरादून। सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बद्री गाय के घी को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों को 100 करोड़ का प्रोजेक्ट बनाने के निर्देश दिए हैं। राजपुर रोड में आयोजित एक कार्यक्रम में मंत्री ने राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना का उद्घाटन किया। इसके बाद विभाग की समीक्षा बैठक में मंत्री ने कहा कि विभिन्न राज्यों में बद्री गाय के घी की बड़ी मांग है। डेयरी विकास विभाग बद्री गाय पर विशेष फोकस करे।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि सेब, डेयरी, भेड़, बकरी और मछली पालन के 10-10 प्रगतिशील किसानों को अध्ययन के लिए कश्मीर, हिमाचल, गुजरात, गोवा, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, लेह, लद्दाख भेजा जाएगा। ताकि किसान वहां का अध्ययन कर प्रगति कर सकें। मंत्री ने किसानों के चयन के लिए निबंधक सहकारिता को निर्देश दिया। इस अध्ययन पर आने वाला खर्च राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना वहन करेगी।
अपर निबंधक सहकारिता आनंद शुक्ला ने कहा कि पिछले साल विभाग ने 35 करोड़ खर्च किया। इस साल 36 करोड़ में से 10 करोड़ अब तक खर्च हो गए हैं। साइलेज के पर्वतीय क्षेत्र में 150 सेंटर बना दिए गए हैं। परियोजना निदेशक डॉ. अविनाश आनंद ने बताया कि विभाग 50 में से 36 करोड़ खर्च कर चुका है। मत्स्य विभाग की परियोजना निदेशक कल्पना हल्दिया ने बताया कि ट्राउट फिश पर पर्वतीय क्षेत्र में अधिक ध्यान दिया जा रहा है। सहकारिता मंत्री ने कहा कि प्रदेश में सेब के 1000 नए बागान लगाए जाएंगे। राज्य समेकित सहकारी विकास परियोजना की वेबसाइट के उद्घाटन पर विभाग के सचिव डॉ. बीवीआरसी पुरुषोत्तम ने बताया कि वेबसाइट और एमआईएस में एमपैक्स तक को जोड़ा गया है। वेबसाइट में समग्र रूप से परियोजना की जानकारी दी गई है। भविष्य में परियोजना क्या काम करने जा रही है और क्या काम वर्तमान में किए जा रहे हैं इसका पूरा डाटा इसमें उपलब्ध है।