देहरादून। लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी मसूरी में आयोजित चिंतन शिविर को सम्बोधित करते हुये कैबिनेट मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि 2025 को लेकर जो ये चिंतन शिविर हुआ है, राज्य को हर क्षेत्र में अग्रणी बनाने में सहायक सिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि इस तरह के चिंतन शिविर विभागवार भी होना चाहिए, ताकि विभागवार विकास का रोडमैप तैयार हो सके। डॉ0 रावत ने कहा कि जिलाधिकारियों को और अधिक अधिकार दिये जाने चाहिये और अच्छे कार्य करने वाले अधिकारियों को सराहना होनी चाहिए। उ
न्होंने कहा कि 2025 तक हमें 5 संकल्प पर कार्य करना होगा। सम्पूर्ण शिक्षा, भ्रष्टाचार मुक्त उत्तराखंड, क्षय रोग मुक्त उत्तराखंड, गरीबी एवं नशा मुक्त उत्तराखंड के संकल्प को पूरा करना होगा। डॉ0 रावत ने बताया कि अगर दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ काम किया जाय तो हर मुकाम हासिल किया जा सकता है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 लागू करने में उत्तराखंड ने जो दृढ़ता दिखाई वह अन्य राज्यों के लिये अनुकरणीय है, इसके अलावा उन्होंने प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान में उत्तराखंड की सक्रिय भागीदारी को राज्य की इच्छाशक्ति का अनुपम उदाहरण बताया।