देहरादून,। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस महिला की अध्यक्षा ज्योति रौतेला के नेतृत्व में महिला कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा रसोई गैस सिलेण्डर के लगातार बढते दामों के विरोध में कांग्रेस मुख्याल से घण्टाघर तक विरोध-प्रदर्शन करते हुए भाजपा सरकार का पुतला दहन कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस असवर पर महिला कांग्रेस की अध्यक्षा ज्योति रौतेला ने कहा कि केन्द्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार लगभग 8 वर्ष से अधिक का कार्यकाल पूर्ण कर चुकी है, परन्तु लगातार महंगाई में बढोतरी कर देश की जनता के साथ अन्याय किया जा रहा है। उन्होंनंे कहा कि देश की प्रचण्ड बहुमत वाली भाजपा सरकार ने जनता के विश्वास पर चोट करते हुए अपने इस कार्यकाल में पेट्रोल, डीजल एवं रसोई गैस सिलेण्डर के दामों में बेतहाशा वृद्धि कर आम आदमी का जीना दूभर कर दिया है।
उन्होंने कहा कि पेट्रोलियम पदार्थों (डीजल, पेट्रोल, रसोई गैस) के दामों में लगातार हो रही वृद्धि से आम जरूरत की चीजों के दामों में कई-कई गुना वृद्धि के कारण आम जन पीड़ित है। मंहगाई की मार से पीड़ित जनता के ऊपर रसोई गैस सिलेण्डर के दाम 1,150 रूपये पार कर चुकी हैं। इस मंहगाई का बोझ आम आदमी के जीने की राह को कठिन बना रहा है। गैस सिलेण्डर के दामों में लगातर की जा रही भारी वृद्धि से केन्द्र की मोदी सरकार ने एकबार फिर साबित कर दिया है कि यह सरकार आम जनता की न होकर कुछ देश की कुछ चुनिंदा लोगों की होकर रह गई है। उन्होंने कहा कि मंहगाई की मार झेल रही गरीब जनता पर केन्द्र सरकार द्वारा लगातार मंहगाई का बोझ डालकर उनके पेट पर लात मारने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र की भाजपा सरकार मंहगाई पर लगाम लगाने में पूरी तरह नाकाम हो चुकी है तथा मंहगाई के नाम पर जनता की जेब पर डाका डालने का काम कर रही है। रसोई गैस के बढते दाम अब आम आदमी की बर्दास्त से बाहर होते जा रहे हैं। चुनावों में बड़े-बड़े वादे करने वाले प्रधानमंत्री मोदी तथा उनके सहयोगी देश की गरीब जनता का मजाक उड़ा रहे हैं। केन्द्र में सत्तारूढ़ होने के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी की सरकार कुछ बड़े घरानों को पल्लवित व पोषित कर रही है।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार को आम जनता के दुःख दर्द से दूर-दूर तक कोई सरोकार नहीं है। ज्योति रौतेला ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आम आदमी के साथ उसके हर दुःख-दर्द में खडी है तथा उसकी लडाई सड़क से लेकर सदन तक लडती रहेगी। इस असवर पर आशा मनोरमा डोबरियाल, डॉ. जसविन्दर गोगी, उर्मिला थापा, चन्द्रकला नेगी, अनुराधा तिवाड़ी, रेखा ढीगरा, सविता सोनकर, कविता माहूर, रामव्यारी, शान्ति रावत, शाशिबाला कन्नौजिया, गायत्री, गुड्डी देवी, संगीता, जस्सी, निर्मला, विरेन्द्र सिंह पंवार आदि उपस्थित थे।