चमोली/देहरादून,। बर्फबारी के चलते हेमकुंड साहिब के आस्था पथ से बर्फ हटाने का काम दो दिनों से रुका हुआ है। सेना के जवानों की ओर से जहां-जहां बर्फ हटाई गई थी वहां फिर से करीब दो फीट तक ताजी बर्फ जम गई है। अब तीर्थयात्रा शुरू होने में 18 दिन का समय शेष बच गया है जिससे बर्फ हटाने की चुनौती भी बढ़ती जा रही है। अब तीन मई तक यहां बर्फ हटाने का काम रोक दिया गया है।
हेमकुंड साहिब के कपाट 20 मई को खोल दिए जाएंगे। इसलिए हेमकुंड साहिब के आस्था पथ से सेना के जवानों ने 20 अप्रैल से ही बर्फ हटाने का काम शुरू कर दिया था। विपरीत मौसम के बावजूद 28 अप्रैल को हवलदार मलकीत सिंह, हवलदार हरसेवक सिंह के नेतृत्व में 418 इंजीनियरिंग कोर के जवान और गुरुद्वारा हेमकुंड साहिब के प्रबंधक गुरनाम सिंह व अन्य सेवादार बर्फ हटाते हुए हेमकुंड साहिब पहुंच गए थे।
अटलाकोटी में जवानों ने ग्लेशियर को काटकर चार फीट रास्ता बना दिया था लेकिन बर्फबारी के कारण दो दिनों से बर्फ हटाने का काम रुका हुआ है। इधर गोविंदघाट गुरुद्वारा प्रबंधन के वरिष्ठ प्रबंधक सरदार सेवा सिंह ने बताया कि बर्फबारी को देखते हुए 3 मई तक बर्फ हटाने का काम रोक दिया गया है। आस्था पथ पर अटलाकोटी तक फिर से दो फीट ताजी बर्फ जम गई है। अब मौसम सामान्य होने पर ही बर्फ हटाने का काम शुरू किया जाएगा। हेमकुंड साहिब और सरोवर अभी बर्फ से ढका हुआ है।