-प्रधानमंत्री द्वारा देश में विश्वकर्मा योजना शुरू करने पर जताया आभार
-प्रधानमंत्री का बच्चों से है लगाव। परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम इसका प्रमाण-मुख्यमंत्री
देहरादून – मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावास, आराघर, धर्मपुर में आवासित एकल अभिभावक निर्धन और बेसहारा छात्रों के साथ प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का 73वां जन्मदिन मनाया। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में 73 दिये जलाने के साथ केक भी काटा गया। मुख्यमंत्री ने सभी छात्रों को उपहार स्वरूप ट्रेक सूट, जूते, मौजे तथा मिष्ठान प्रदान किये तथा छात्रों से बातचीत कर उनके विचार जाने। मुख्यमंत्री ने छात्रों का उत्साहवर्धन कर सभी का उत्साहवर्धन किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर छात्रों द्वारा तैयार किये गये विभिन्न् इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का अवलोकन कर छात्रों की वैज्ञानिक सोच की भी सराहना की। मुख्यमंत्री को अपने मध्य पाकर सभी छात्र उत्साहित नजर आए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को उनके 73वें जन्मदिन पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनायें देते हुए उनके दीर्घायु की कामना की। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री द्वारा देश में शुरू की गई विश्वकर्मा योजना के लिए उनका आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इससे हमारे श्रमिकों एवं कर्मचारियों को समाज के मुख्य धारा से जुड़ने में मदद मिलेगी तथा उनके जीवन में परिवर्तन आएगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का बच्चों से विशेष लगाव है। प्रधानमंत्री का परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम इसका प्रबल उदाहरण है। हमारे बच्चे देश के भावी कर्णधार है। उन्होंने कहा कि वे स्वयं भी अपने जन्मदिन से पूर्व गरीब एवं बेसहारा बच्चों के बीच आये तथा उनके साथ कुछ समय बिताया।
मुख्यमंत्री ने सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा जीवन में जो भी कार्य करें, पूर्ण मनोयोग के साथ करें। उन्होंने कहा की जीवन में जिस भी क्षेत्र में कार्य करना चाहते हैं, उसके लिए अभी से लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़े।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद देश और देशवासियों में नई आशा, विश्वास के साथ नई ऊर्जा का संचार हुआ है। आज प्रत्येक भारतवासी आत्म विश्वास से ओतप्रोत है। देश हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति कर रहा है। वैश्विक स्तर पर भारत का मान, सम्मान एवं स्वाभिमान बढ़ा है। देश में नई कार्य संस्कृति की शुरूआत हुई है। समरस, समर्थ एवं शक्तिशाली भारत की पहचान देश व दुनिया में हुई है। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में इन वर्षों में एक समृद्ध, शक्तिशाली तथा समरस भारत के साथ ही दुनिया का नेतृत्व करने वाला भारत बना है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन और केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखण्ड में विकास के नये आयाम स्थापित हुए हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की भगवान केदारनाथ के प्रति गहरी श्रद्धा एवं आस्था है। चारधाम के लिए ऑल वेदर रोड़, ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल लाइन बनने के साथ ही केदारनाथ का भव्य पुनर्निर्माण अंतिम चरण में है। बद्रीनाथ पुनर्निर्माण योजनाओं पर भी कार्य गतिमान है। उन्होंने प्रदेशवासियों की ओर से भी भगवान श्री बद्री विशाल तथा श्री केदारनाथ जी से यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के स्वस्थ्य और दीर्घायु जीवन की कामना की।
मुख्यमंत्री ने एशिया कप में भारत की शानदार जीत के लिए भारतीय क्रिकेट टीम को भी बधाई दी।
इस अवसर पर महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए गरीब बेसहारा छात्रों के साथ प्रधानमंत्री श्री मोदी का जन्मदिन मनाने के लिए उनका आभार भी व्यक्त किया। महानिदेशक श्री तिवारी ने कहा कि नेताजी सुभाष चन्द्र बोस आवासीय छात्रावास का कान्सेप्ट भी प्रधानमंत्री का दिया हुआ है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सबको गुणवत्ता युक्त बेहतर शिक्षा उपलब्ध हो इसके लिए समाज के गरीब बेसहारा एवं निर्धन छात्रों की शिक्षा व्यवस्था के लिए ये आवासीय छात्रावास बनाये गये है। अबतक प्रदेश में 13 आवासीय छात्रावास बनाये जा चुके है। इनमें छात्रों को शिक्षा से जुड़ी सभी गतिविधियों से प्रशिक्षित किये जाने की व्यवस्था है।
महानिदेशक शिक्षा बंशीधर तिवारी ने कहा कि इन छात्रावासों में आवासित छात्रों को घर जैसा वातावरण उपलब्ध हो इसके भी प्रयास किये जाते है। लगभग सभी प्रमुख पर्वों एवं त्यौहारों पर वे स्वयं भी इनके बीच आकर उपहारो के साथ मार्गदर्शन तथा छात्रों का उत्साहवर्धन करने का प्रयास करते है। छात्रों में वैज्ञानिक सोच भी पैदा हो इसके लिए भी उन्हें प्रेरित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री जी के समक्ष छात्रों द्वारा प्रदर्शित रोबोट स्मार्ट डस्टबिन रिमोट कार ड्रोन वॉटर कूलर आदि जैसे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का प्रदर्शन इसका प्रमाण है।
इस अवसर पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बड़ी संख्या में छात्र-छात्रायें उपस्थित थी।