ऋषिकेश – टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड, विद्युत क्षेत्र के अग्रणी पीएसयू ने 2400 मेगावाट के टिहरी पावर काम्पलेक्स की कमीशनिंग की दिशा में एक कदम और बढ़ाकर विशिष्ट उपलब्धि हासिल की है। यह उपलब्धि 1000 मेगावाट की टिहरी पीएसपी की प्रथम यूनिट (यू # 5, 250 मेगावाट) के बटर फ्लाई वाल्व को 04 जनवरी, 2024 को नींव में स्थापित करने के साथ प्राप्त हुई। यह उपलब्धि भारत के सबसे बड़े 2400 मेगावाट के हाइड्रो पावर कॉम्प्लेक्स के लिए पूर्ण परिचालन क्षमता प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण प्रगति का प्रतिनिधित्व करती है, जिसमें 1000 मेगावाट की टिहरी एचपीपी और 400 मेगावाट की कोटेश्वर एचईपी पहले से ही सफल प्रचालन में है।
आर. के. विश्नोई, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने टिहरी पीएसपी टीम के समर्पित प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि बीएफवी का यह सफल प्लेसमेंट परियोजना की प्रगति को सुदृढ़ करता है और विकास के अगले चरणों के लिए मंच तैयार करता है।
विश्नोई ने इस विषय पर जोर देते हुए कहा कि टीएचडीसी टिहरी पीएसपी की कमीशनिंग करने की दिशा में एक कदम नजदीक आ गई है यह परियोजना शून्य कार्बन उत्सर्जन प्राप्त करने की देश की प्रतिबद्धता और 2030 तक 500 गीगावॉट गैर-जीवाश्म ईंधन के देश के विजन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। इस पीएसपी के चालू होने के बाद, 2400 मेगावाट की कुल क्षमता के साथ भारत में सबसे बड़ा, टिहरी पावर कॉम्प्लेक्स, 24*7 किफायती विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के देश के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को साकार करेगा।
टिहरी पंप स्टोरेज परियोजना कार्बन फुटप्रिंट को कम करने के व्यापक राष्ट्रीय उद्देश्य के अनुरूप, सतत और पर्यावरण के प्रति जागरूक ऊर्जा समाधानों के प्रति कंपनी की प्रतिबद्धता का प्रमाण है।
यह उपलब्धि विद्युत क्षेत्र में महत्वपूर्ण प्रगति के लिए टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करती है और जैसे-जैसे परियोजना प्रगति कर रही है, टीएचडीसीआईएल भी उत्कृष्टता और पर्यावरणीय निर्वहन के उच्चतम मानकों को प्रतिबद्धता के साथ बनाए रखने के लिए तत्पर है।
इस अवसर पर एल. पी. जोशी, कार्यपालक निदेशक (टीसी), नीरज वर्मा, महाप्रबंधक(पीएसपी-ईएम एवं एचएम), श्री ए.आर. गैरोला, महाप्रबंधक (पीएसपी-सिविल), .एस.के. साहू, अपर महाप्रबंधक (पीएसपी-ईएम एवं एचएम), डॉ. ए. एन. त्रिपाठी, अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन एवं प्रशा. और कॉर्प. कॉम.) सहित टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड और जीईपीआईएल के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।