देहरादून : हैलो मेघालय कॉन्क्लेव का आयोजन शिलांग में हुआ, जो सांस्कृतिक समुदाय के लिए एक जोशीला आयोजन था। मेघालय के स्वदेशी ओटीटी प्लेटफॉर्म “हैलो मेघालय” ने फिल्ममेकर्स, कलाकारों और कंटेंट क्रिएटर्स को बेहतरीन अवसर प्रदान किए। इस कार्यक्रम का आयोजन मेघालय सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा किया गया।
11 जुलाई 2024 को लॉन्च होने के बाद से “हैलो मेघालय” ऐप को 5 महीने में जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली। अब तक 3.14 लाख बार ऐप डाउनलोड, 2 लाख रजिस्ट्रेशन, 281K व्यूज, 7.33K कंटेंट डाउनलोड और 5.05K कंटेंट शेयर हो चुके हैं। सबसे लोकप्रिय कंटेंट में “का डाव,” “थोंग इयोंग ङा,” “एहरंग,” “का चिठी,” और “पापा” शामिल हैं। थड्लास्केन, लस्केन और मावलाई टॉप व्यूअरशिप वाले क्षेत्र रहे। इसके अलावा, “हैलो मेघालय” के सोशल मीडिया पर भी शानदार प्रदर्शन है, जिसमें 9,000 यूट्यूब सब्सक्राइबर, 5,000 इंस्टाग्राम फॉलोअर्स और 4,000 फेसबुक फॉलोअर्स हैं।
आईएएस डॉ. विजय कुमार डी ने “हैलो मेघालय” की सफलता पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने बताया कि उन्होंने दक्षिण पश्चिम खासी हिल्स के नोंगना गांव में किसानों और युवाओं से मुलाकात की, जहां युवाओं ने इस ऐप को दिखाया। यह दर्शाता है कि यह ऐप दूरदराज के क्षेत्रों तक पहुंच चुका है।
कॉनक्लेव में “हैलो मेघालय” के 5 महीने के सफर पर एक वीडियो प्रस्तुति दिखाई गई। माननीय मुख्यमंत्री श्री कॉनराड के संगमा ने फिल्म ग्रांट गाइडलाइन्स बुकलेट का अनावरण किया। यह बुकलेट स्थानीय भाषाओं को बढ़ावा देने और फिल्म निर्माण को प्रोत्साहित करने के लिए बनाई गई है। इसके तहत 4 श्रेणियां (A, B, C, और D) बनाई गई हैं।
श्रेणी A: नामित फिल्म निर्माताओं को प्रति फिल्म ₹35 लाख तक सहायता।
श्रेणी B: फीचर फिल्मों के लिए ₹25 लाख तक।
श्रेणी C: वेब सीरीज के लिए प्रति एपिसोड ₹20 लाख (10 एपिसोड, हर एपिसोड 30-40 मिनट)।
श्रेणी D: नए फिल्म निर्माताओं को शॉर्ट फिल्म के लिए ₹5 लाख तक।
इसके बाद तीन प्रमुख फिल्म निर्माताओं – डोमिनिक संगमा, प्रदीप कुर्बाह, और सिमी खोंगतियांग को ₹35 लाख के स्वीकृति पत्र दिए गए।
मुख्यमंत्री श्री संगमा ने “हैलो मेघालय” की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह प्लेटफॉर्म राज्य के युवाओं और रचनात्मक दिमागों को बढ़ावा देने के लिए बना है। उन्होंने कहा, “हम चाहते हैं कि आप इसका लाभ उठाएं और अपनी कहानियों को दुनिया तक पहुंचाएं।”
कॉनक्लेव में एक अवॉर्ड सेरेमनी भी आयोजित की गई, जिसमें फिल्म, वेब सीरीज, और डॉक्यूमेंट्री के लिए स्टोरीटेलर्स को सम्मानित किया गया। हर कैटेगरी के विजेताओं को ₹25,000 का नकद पुरस्कार और ऐप की सफलता में योगदान देने वाले 5 लाभार्थियों को ₹10,000 का पुरस्कार दिया गया।
माननीय पर्यटन मंत्री श्री पॉल लिंगदोह ने कहा कि सरकार फिल्म निर्माताओं को आत्मनिर्भर बनने में मदद कर रही है और 2025 तक शिलांग के सेंट्रल लाइब्रेरी में एक मल्टीप्लेक्स खोलने की योजना है।
कॉनक्लेव में डोमिनिक संगमा की चर्चित फिल्म “रैप्चर” की स्क्रीनिंग और पैनल चर्चा हुई। चर्चाओं में फिल्म निर्माण में स्थानीय कहानियों और संस्कृति के महत्व पर जोर दिया गया।