Dehradun – उत्तराखंड में मिशन 60 प्लस का लक्ष्य लेकर चल रही भाजपा के लिए बागी सबसे बड़ी चुनौती बन गए हैं। सोमवार को नामांकन वापस लेने की तारीख निकल जाने के बाद अब भाजपा के 14 बागी समीकरण बिगाड़ सकते हैं।भाजपा ने अब भी अपने सीनियर नेताओं को बागियों को समझाने का जिम्मा सौंपा है, जो कि चुनाव तक बागियों के संपर्क में रहेंगे। हालांकि जिन बागियों ने नाम वापस नहीं लिया है, वे भाजपा को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
उत्तराखंड में भाजपा इतिहास बनाने और दोबारा सत्ता पाने के लिए पूरा जोर लगा रही है। लेकिन टिकट वितरण के बाद से भाजपा में अधिकतर सीटों पर असंतोष दिखाई दे रहा है। कुछ जगह खुलकर तो कुछ जगह अंदरखाने पार्टी को नुकसान होने के कयास लगाए जा रहे हैं। भाजपा के लिए सबसे बड़ी चुनौती बागियों से पार पाने की है। जो कि पार्टी का समीकरण खराब कर सकते हैं। 14 सीटों पर भाजपा के बागी पार्टी के खिलाफ जाकर निर्दलीय मैदान में है। इनमें कई सीटों पर मजबूत दावेदारी के रुप में निर्दलीय भाजपा के प्रत्याशी को मुश्किल में डाल सकते हैं। साथ ही 2 से 3 सीटों पर ये बागी जीतने की स्थिति में भी बताए जा रहे हैं। जिन सीटों पर भाजपा के सामने बागी समीकरण बिगाड़ रहे हैं, उनमें से 10 से ज्यादा सीटों पर भाजपा पहले बेहतर स्थिति में थी। लेकिन बागी के मैदान में आ जाने से अब भाजपा की सीट फंसती हुई नजर आ रही है।
भाजपा ने बागियों को समझाने के लिए अपने बड़े नेताओं को मैदान में उतारा था, जो कि 4 सीटों पर 7 बागियों को समझाने में सफल हुए हैं। पार्टी ने डॉ रमेश पोखरियाल निशंक, त्रिवेंद्र सिंह रावत, अजय भट्ट, तीरथ सिंह रावत समेत कई सीनियर नेताओं को समझाने के लिए नियुक्त किया था। पार्टी को सबसे बड़ी राहत डोईवाला सीट पर मिली। जहां निशंक ने 4 भाजपाई नेताओं सौरभ थपलियाल, सुभाष भट्ट, राहुल पंवार व वीरेंद्र रावत नाम वापस ले लिए हैं। पूरे प्रदेश में भाजपा के डोईवाला सीट पर सौरभ थपलियाल, सुभाष भट्ट, राहुल पंवार व वीरेंद्र रावत, कालाढूंगी सीट पर पूर्व दायित्वधारी गजराज सिंह बिष्ट, घनसाली सीट पर सोहनलाल खंडेलवाल, पिरान कलियर सीट पर जय भगवान सैनी को मनाने में सफल रही। इन सभी ने अपने नाम वापस ले लिया है। जो अब भी मैदान मे डटे हैं उनमें राजकुमार ठुकराल (रुद्रपुर), पूर्व विधायक महावीर रांगड़ (धनोल्टी), टीकाराम मैखुरी (कर्णप्रयाग), धीरेंद्र चौहान (कोटद्वार), वीर सिंह पंवार (धर्मपुर), दिनेश रावत (देहरादून कैंट), दर्शनलाल (घनसाली), जितेंद्र नेगी (डोईवाला), कमलेश भट्ट (चकराता), मनोज कोली (यमुनोत्री), अजय तिवारी (किच्छा), मनोज शाह (भीमताल), पवन चौहान (लालकुंआ), नितिन शर्मा (रुड़की) शामिल हैं। इन सीटों में से रुद्रपुर, धनोल्टी, कर्णप्रयाग, कोटद्वार, धर्मपुर, कैंट, घनसाली, डोईवाला, यमुनोत्री, किच्छा, रुड़की में भाजपा के बागी ज्यादा मजबूत स्थिति में बताए जा रहे हैं। जो कि पार्टी को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
- भाजपा के बागी-
- राजकुमार ठुकराल (रुद्रपुर)
- महावीर रांगड़ (धनोल्टी)
- टीकाराम मैखुरी (कर्णप्रयाग)
- धीरेंद्र चौहान (कोटद्वार)
- वीर सिंह पंवार (धर्मपुर)
- दिनेश रावत (देहरादून कैंट)
- दर्शनलाल (घनसाली)
- जितेंद्र नेगी (डोईवाला)
- कमलेश भट्ट (चकराता)
- मनोज कोली (यमुनोत्री)
- अजय तिवारी (किच्छा)
- मनोज शाह (भीमताल)
- पवन चौहान (लालकुंआ)
- नितिन शर्मा (रुड़की)