अमरावती। आंध्र प्रदेश में पटाखों की दो-अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई और 11 गंभीर रूप से घायल हो गए। हैदराबाद में चार दिन पहले भी एक त्रासदी हुई थी जब दीवाली समारोह के लिए खाना बनाते समय आग लगने की दुर्घटना में एक दंपति की जलकर मौत हो गई थी। आग रसोई गैस सिलेंडर लीक होने और पटाखे होने के कारण लगी थी।
आंध्र प्रदेश में पटाखों से संबंधित दो दुर्घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई और 11 अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। गुरुवार को पटाखा विस्फोट में एक व्यक्ति जिंदा जल गया और छह अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना एलुरु शहर में हुई, जब एक व्यक्ति अपने दोपहिया वाहन पर एक थैले में पटाखे लेकर जा रहा था। पुलिस के अनुसार, गंगनम्मा मंदिर के पास सड़क पर बने गड्ढे में मोटरसाइकिल के टकराने से श्प्याज बमश् से भरा थैला जमीन पर गिर गया। पटाखे फटने से बाइक सवार की मौत हो गई। इस दुर्घटना में छह अन्य लोग घायल हो गए। घायलों को एलुरु के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पुलिस ने कहा कि इस हादसे में दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। मृतक का शरीर टुकड़ों में बिखर गया। उसकी पहचान सुधाकर के रूप में हुई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। राज्य में 24 घंटे से भी कम समय में यह दूसरी दुर्घटना है। घटना स्थल पर मौजूद एक व्यक्ति ने बताया कि विस्फोट इतना जोरदार था कि पूरा इलाका गहरे भूरे रंग के धुएं से भर गया और कागज के टुकड़े इधर-उधर उड़ रहे थे। जैसे ही धुआं छंटता है, विस्फोट में किसी तरह बचकर भागते हुए दो लोग सुरक्षित जगह पर पहुंचते हैं। वहां उन्होंने देखा बाइक तथा शव के हिस्से दूर-दूर तक बिखरे हुए थे। पश्चिमी गोदावरी जिले में बुधवार शाम को एक पटाखा निर्माण इकाई में आग लगने से दो महिलाएं जिंदा जल गईं और पांच अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। भारी बारिश और आंधी के दौरान उंद्रजावरम मंडल के सूर्यरावपालम में पटाखा फैक्ट्री में वज्रपात होने से आग लग गई। बिजली गिरने से आग का एक बड़ा गोला बना और जोरदार धमाके हुए, जिससे गांव में दहशत फैल गई। यूनिट में सोलह कर्मचारी काम कर रहे थे और उनमें से दो महिलाएं जलकर मर गईं। मृतक श्रमिकों की पहचान वी. श्रीवल्ली (42) और जी. सुनीता (35) के रूप में हुई है। गंभीर रूप से घायल हुए पांच अन्य को तनुकु सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। नौ श्रमिकों को मामूली चोटें आई हैं। पुलिस के अनुसार, राम शिवाजी पटाखा निर्माण इकाई चला रहे थे और उन्होंने इसके लिए लाइसेंस भी ले रखा था।