देहरादून। उत्तराखंड को फिल्म शूटिंग डेस्टिनेशन के रूप में विकसित करने के लिए सरकार नई फिल्म नीति तैयार कर रही है। इसमें अंतरराष्ट्रीय समारोह के लिए चयनित फिल्मों को प्रोत्साहन देने के लिए विशेष प्रावधान किया जाएगा। इसके अलावा राज्य के युवा फिल्म निर्माताओं को हरसंभव सहयोग देना सरकार की प्राथमिकता होगी, जिससे राज्य में समृद्ध फिल्म संस्कृति का विकास हो।
गोवा में उत्तराखंड फिल्म पैवेलियन में विशेष प्रमुख सचिव सूचना अभिनव कुमार ने अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में शामिल की गई उत्तराखंड में निर्मित शार्ट हिंदी फिल्म पाताल-ती की टीम से मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ओर से भेजी गई शुभकामनाएं टीम को दी। पाताल-ती फिल्म 25 नवंबर को फिल्म महोत्सव में दिखाई जाएगी।
रुदप्रयाग जिले के फिल्म निर्माता निर्देशक संतोष रावत ने बताया कि सीमित संसाधनों से शार्ट फिल्म का निर्माण किया गया। इस फिल्म को दक्षिण कोरिया के बुसान शहर में 39वें इंटरनेशनल शार्ट फिल्म फेस्टिवल में प्रदर्शित किया जा चुका है। इसके साथ ही मास्को में भी प्रदर्शित हो चुकी है। फिल्म उत्तराखंड की भोटिया जनजाति पर केंद्रित है, जो एक दादा-पोते के बीच भावनात्मक रिश्ते के ऊपर है। अभिनेता पंकज त्रिपाठी, संजय सूरी ने उत्तराखंड पैवेलियन का दौरा किया। इस मौके पर उत्तराखंड फिल्म विकास परिषद के नोडल अधिकारी डॉ. नितिन उपाध्याय भी मौजूद थे।