देहरादून – यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने आज स्टॉक निधीयन के लिए मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के साथ समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर करने की घोषणा की है.
यह समझौता ज्ञापन आज मुंबई में बैंक के मुख्यालय में यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में निष्पादित किया गया.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अपने व्यापक नेटवर्क के माध्यम से डीलरों का समर्थन करने वाले पूर्णतः स्वचालित प्लेटफॉर्म में डिजिटल यात्रा के माध्यम से उत्पादों की व्यापक श्रृंखला की पेशकश करेगा. बैंक देशभर में अपने बिक्री केंद्रों को कवर करने वाले मारुति सुजुकी डीलरों को कार्यशील पूंजी आवश्यकताओं के लिए स्टॉक निधीयन विकल्प प्रदान करेगा.
इस अवसर पर संबोधित करते हुए, सुश्री ए. मणिमेखलै, प्रबंध निदेशक एवं सीईओ, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने कहा, “सार्वजनिक क्षेत्र के सबसे बड़े बैंकों में से एक के रूप में, हम देश की अग्रणी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड (एमएसआईएल) के साथ साझेदारी करके खुश हैं. समझौता ज्ञापन निश्चित रूप से देश भर में मारुति सुजुकी के व्यापक डीलर नेटवर्क को महत्वपूर्ण स्टॉक निधीयन समर्थन प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो नवीन वित्तीय उत्पादों के माध्यम से व्यवसायों को सशक्त बनाने के लिए हमारे समर्पण को मजबूत करता है. डीलरशिप के लिए हमारी प्रतिबद्धता की आधारशिला के रूप में डीलर वित्तपोषण साथ है, जो अनुरूप वित्तीय समाधानों की पेशकश करता है. हम डीलरों को अपने परिचालन को अनुकूलित करने, अपनी प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने और समय पर पहुंच एवं लचीले वित्तपोषण विकल्प प्रदान करके नए विकास के अवसरों को खोलने में सशक्त बनाते हैं.”
साझेदारी पर संबोधित करते हुए, श्री शशांक श्रीवास्तव, वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी (विपणन और बिक्री), मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड ने कहा, “एक कंपनी के रूप में, हम मजबूत डीलर नेटवर्क पर गर्व करते हैं जो वास्तव में हमारे कारोबार का आधार बनता है. हम उभरते ग्राहक और बाजार की जरूरतों के अनुसार अपनी तैयारी सुनिश्चित करने हेतु हमारे डीलर को समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ हमारी साझेदारी हमारे डीलर पार्टनरों हेतु स्टॉक निधीयन के लिए अभिनव वित्तपोषण समाधान पर ध्यान केंद्रित करेगा. यह कार्यनीतिक गठबंधन दोनों की मजबूती का लाभ उठाते हुए यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के साथ हमारे दीर्घकालिक सहयोग को मजबूत करता है, एमएसआईएल और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया अनुरूप खुदरा वित्त उत्पादों और एंड-टू-एंड कार्यशील पूंजी समाधान की पेशकश करेंगे, इस प्रकार यह दोनों संगठनों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा.
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के बारे में
यूनियन बैंक ऑफ इंडिया देश के प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों में से एक है. बैंक एक सूचीबद्ध इकाई है और बैंक की कुल शेयर पूंजी में भारत सरकार की 74.76 प्रतिशत हिस्सेदारी है. बैंक, जिसका मुख्यालय मुंबई (भारत) में है, 11 नवंबर, 1919 को एक सीमित कंपनी के रूप में पंजीकृत किया गया था. आज, इसकी 8450+ घरेलू शाखाएँ, 9800+ एटीएम, 76300+ कर्मचारी और 18900+ BC पॉइंट्स का नेटवर्क है. 31 दिसंबर, 2023 तक बैंक का कुल कारोबार रु. 20,68,429 करोड़ रहा, जिसमें 31 दिसंबर, 2023 तक रु. 11,72,455 करोड़ की जमा राशि और रु. 8,95,974 करोड़ की अग्रिम राशि है. बैंक की विदेश में भी दो शाखाएं दुबई इंटरनेशनल फाइनेंशियल सेंटर (यूएई) और सिडनी (ऑस्ट्रेलिया) में हैं; लंदन (यूके) में एक बैंकिंग सहायक कंपनी; मलेशिया में एक बैंकिंग संयुक्त उद्यम; चार पैरा-बैंकिंग सहायक कंपनियां (घरेलू); तीन संयुक्त उद्यम (जीवन बीमा कारोबार में दो सहित) और एक सहयोगी – चैतन्य गोदावरी ग्रामीण बैंक. यूनियन बैंक ऑफ इंडिया देश का पहला बड़ा सार्वजनिक क्षेत्र का बैंक है जिसने 100% कोर बैंकिंग समाधान लागू किया है. बैंक को प्रौद्योगिकी, डिजिटल बैंकिंग, वित्तीय समावेशन, एमएसएमई और मानव संसाधनों के विकास में अपनी प्रगति के लिए कई पुरस्कार और मान्यता प्राप्त हुई है.