पीएनबी ने निष्क्रिय खातों को पुनर्जीवित करने के लिए अखिल भारतीय अभियान शुरू किया

– बैंक के देशव्यापी अभियान का उद्देश्य निष्क्रिय खातों को फिर से सक्रिय करना, ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाना और कासा वृद्धि को बढ़ावा देना है

देहरादून- : पंजाब नैशनल बैंक (पीएनबी), सार्वजनिक क्षेत्र में देश के अग्रणी बैंक, ने प्रधानमंत्री जन धन योजना (पीएमजेडीवाई) खातों सहित सभी निष्क्रिय खातों को पुनर्जीवित करने के लिए एक देशव्यापी अभियान शुरू किया है।

यह अभियान, जो 24 दिसंबर 2024 तक चलेगा, सक्रिय खातों को बनाए रखने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने में बैंक के निरंतर प्रयासों को रेखांकित करता है, ग्राहकों को अपने निष्क्रिय बचत व चालू खातों को फिर से सक्रिय करने, नियमित लेनदेन को बढ़ावा देने और खातों को निष्क्रिय होने से रोकने के लिए प्रोत्साहित करता है। यह अभियान देश भर में ग्राहक से जुड़ने और अनुभव को बढ़ाने, वित्तीय समावेशन को मजबूत करने और अपने चालू खाता और बचत खाता (कासा) जमा आधार को मजबूत करने के लिए पीएनबी के रणनीतिक प्रयासों का भी हिस्सा है।

बैंक ने खातों को फिर से सक्रिय करने को सुगम बनाने के लिए कई उपाय शुरू किए हैं, जिसमें बैंक प्रतिनिधि विभिन्न संचार माध्यमों के जरिए ग्राहकों तक सक्रिय रूप से पहुंच रहे हैं। सुविधा को और बढ़ाने और एक सुगम प्रक्रिया सुनिश्चित करने के लिए, बैंक ने बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण के माध्यम से गैर-घरेलू शाखाओं में खातो पुनर्जीवन को सक्षम किया है। अधिक विवरण के लिए ग्राहक अपनी निकटतम शाखा में जा सकते हैं या आधिकारिक वेबसाइट www.pnbindia.in. पर लॉग इन कर सकते हैं।

निष्क्रिय या गैरक्रियाशील खातों का अर्थ है जिसमें दो साल से अधिक समय से कोई ग्राहक-प्रेरित लेनदेन नहीं किया गया है। ऐसे खातों को फिर से सक्रिय करने के लिए, ग्राहकों को अपने अपडेट किए गए केवाईसी दस्तावेज फिर से जमा करने होंगे।